प्रोटीन ईगॉव टेक्नोलॉजीज: कंपनी का इतिहास और पृष्ठभूमि
प्रोटीन ईगॉव टेक्नोलॉजीज की स्थापना 27 दिसंबर 1995 को डिपॉजिटरी एक्ट, 1995 के तहत हुई थी। शुरुआत में यह कंपनी नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) के हिस्से के रूप में भारत में पूंजी बाजार के लिए डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित करने के लिए बनाई गई थी। 2012 में, NSDL ने अपने डिपॉजिटरी व्यवसाय को एक अलग इकाई, NSDL डिपॉजिटरी लिमिटेड, में स्थानांतरित कर दिया, और इसके बाद कंपनी ने ई-गवर्नेंस और डिजिटल समाधानों पर ध्यान केंद्रित किया। 2021 में रीब्रांडिंग के बाद, कंपनी ने अपने दायरे को और विस्तृत किया और नई तकनीकी सेवाओं में कदम रखा।
प्रोटीन का मुख्यालय मुंबई, महाराष्ट्र में है, और इसका नेतृत्व श्री सुरेश सेठी (मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ) कर रहे हैं। कंपनी का पंजीकृत पता टाइम्स टावर, पहली मंजिल, कमला मिल्स कंपाउंड, लोअर परेल, मुंबई - 400013 है। यह भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों और विभागों के साथ मिलकर काम करती है और देश के डिजिटल परिवर्तन में महत्वपूर्ण योगदान देती है।
प्रोटीन ईगॉव टेक्नोलॉजीज: की प्रमुख सेवाएं और प्रोजेक्ट्स
प्रोटीन ईगॉव टेक्नोलॉजीज ने पिछले 28 वर्षों में भारत के डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कंपनी की सेवाएं और प्रोजेक्ट्स निम्नलिखित क्षेत्रों में फैले हुए हैं:
कर प्रणाली का आधुनिकीकरण
पैन (PAN) और टैक्स इन्फॉर्मेशन नेटवर्क (TIN): प्रोटीन ने भारत की कर प्रणाली को डिजिटल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। यह परमानेंट अकाउंट नंबर (PAN) जारी करने और टैक्स इन्फॉर्मेशन नेटवर्क को संचालित करने के लिए जिम्मेदार है। इसके अलावा, ऑनलाइन टैक्स अकाउंटिंग सिस्टम (OLTAS) और इलेक्ट्रॉनिक अकाउंटिंग सिस्टम इन एक्साइज एंड सर्विस टैक्स (EASIEST) जैसे प्रोजेक्ट्स भी कंपनी ने लागू किए हैं।
• ऑनलाइन पैन वेरिफिकेशन: कंपनी ने 7 अरब से अधिक ऑनलाइन पैन वेरिफिकेशन किए हैं, जो इसकी तकनीकी क्षमता को दर्शाता है।
सामाजिक सुरक्षा और पेंशन योजनाएं
नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) और अटल पेंशन योजना (APY): प्रोटीन सेंट्रल रिकॉर्डकीपिंग एजेंसी (CRA) के रूप में NPS और APY का प्रबंधन करती है। ये योजनाएं भारत में सामाजिक सुरक्षा को मजबूत करने में महत्वपूर्ण हैं, खासकर असंगठित क्षेत्र के लिए।
आधार और पहचान सेवाएं
• आधार एनरोलमेंट और ई-केवाईसी: प्रोटीन यूआईडीएआई (UIDAI) के लिए आधार एनरोलमेंट में एक प्रमुख रजिस्ट्रार है। इसने 2 अरब से अधिक आधार ऑथेंटिकेशन और 1 अरब से अधिक ई-केवाईसी सेवाएं प्रदान की हैं।
• ई-साइन और ई-साइन प्रो: 2024 में, कंपनी ने ई-साइन प्रो लॉन्च किया, जो डिजिटल हस्ताक्षर और स्टैम्पिंग के लिए एक उपकरण है, विशेष रूप से कॉरपोरेट क्लाइंट्स के लिए।
डिजिटल कॉमर्स और ओपन नेटवर्क
• ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ONDC): प्रोटीन ONDC का एक संस्थापक सदस्य है और इसके लिए गेटवे, रजिस्ट्री, और कम्युनिटी-एज-ए-सर्विस (CaaS) सेवाएं प्रदान करता है। यह ई-कॉमर्स, मोबिलिटी, हेल्थकेयर, और कृषि जैसे क्षेत्रों में डिजिटल कॉमर्स को बढ़ावा देता है।
• राइज विद प्रोटीन: यह एक मार्केटप्लेस है जो APIs और माइक्रोसर्विसेज पर केंद्रित है, जो व्यवसायों को डिजिटल समाधान प्रदान करता है।
शिक्षा और वित्तीय समावेशन
• विद्या लक्ष्मी और विद्यासारथी: विद्या लक्ष्मी एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है जो छात्रों को शिक्षा ऋण प्रदान करता है, जबकि विद्यासारथी कॉरपोरेट-वित्त पोषित छात्रवृत्तियों के माध्यम से वंचित छात्रों की मदद करता है।
• अकाउंट एग्रीगेटर (AA): 2023 में, प्रोटीन को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) से अकाउंट एग्रीगेटर के रूप में संचालन की मंजूरी मिली, जो वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देता है।
क्लाउड और साइबर सिक्योरिटी
• क्लाउड सेवाएं: प्रोटीन छोटे और मध्यम उद्यमों (SMEs) के लिए IaaS, DaaS, और NaaS जैसी क्लाउड सेवाएं प्रदान करता है।
• साइबर सिक्योरिटी: कंपनी साइबर सिक्योरिटी परामर्श और वुल्नरेबिलिटी एसेसमेंट एंड पेनेट्रेशन टेस्टिंग (VAPT) सेवाएं प्रदान करती है।
प्रोटीन ईगॉव टेक्नोलॉजीज: उपलब्धियां और साझेदारियां
प्रोटीन ने हाल के वर्षों में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं और रणनीतिक साझेदारियां की हैं:
• गूगल क्लाउड के साथ सहयोग (2023): प्रोटीन ने डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर को सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों में तैनात करने के लिए गूगल क्लाउड के साथ साझेदारी की।
• ग्रामीण फाउंडेशन फॉर सोशल इम्पैक्ट (2024): कंपनी ने वंचित समुदायों, विशेष रूप से महिलाओं, के लिए वित्तीय सेवाओं तक पहुंच बढ़ाने के लिए इस फाउंडेशन के साथ साझेदारी की।
• आर्सेलरमित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया (2024): प्रोटीन ने ‘बेटी पढ़ाओ’ छात्रवृत्ति पहल को समर्थन देने के लिए इस कंपनी के साथ समझौता किया।
• NPCI भारत बिलपे (2024): डिजिटल कॉमर्स में प्रतिभागियों के लिए विकेन्द्रीकृत सेटलमेंट सिस्टम विकसित करने के लिए साझेदारी।
• गूगल नेक्स्ट ’24: प्रोटीन के चीफ डिजिटल ऑफिसर, मेतेश बी., ने वेरिफायबल क्रेडेंशियल्स पर एक लाइव डेमो प्रस्तुत किया, जिसने कंपनी की नवाचार क्षमता को प्रदर्शित किया।
प्रोटीन ईगॉव टेक्नोलॉजीज: वित्तीय प्रदर्शन
प्रोटीन ईगॉव टेक्नोलॉजीज का वित्तीय प्रदर्शन स्थिर रहा है, हालांकि हाल की कुछ घटनाओं ने इसके शेयर मूल्य को प्रभावित किया है। यहाँ कुछ प्रमुख आंकड़े दिए गए हैं:
• वित्त वर्ष 2022-23: कंपनी ने 742.2 करोड़ रुपये का राजस्व और 107.04 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया।
• जून 2024 तिमाही: राजस्व 220.4 करोड़ रुपये तक बढ़ा, और शुद्ध लाभ 32.2 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष की समान अवधि से अधिक है।
• दिसंबर 2024 तिमाही: समेकित नेट सेल्स 202.31 करोड़ रुपये रही, जो साल-दर-साल 0.76% कम थी।
• मार्केट कैप: मई 2025 तक कंपनी का मार्केट कैप लगभग 5,794 करोड़ रुपये है।
• डिविडेंड: कंपनी ने 68.5% का स्वस्थ डिविडेंड पेआउट अनुपात बनाए रखा है।
• हालांकि, कंपनी का पिछले पांच वर्षों में बिक्री वृद्धि दर केवल 3.14% रही, और रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE) 13% है, जो अपेक्षाकृत कम है।
हाल की चुनौतियां: PAN 2.0 प्रोजेक्ट
मई 2025 में, प्रोटीन ईगॉव टेक्नोलॉजीज को एक बड़ा झटका लगा जब इसे आयकर विभाग के PAN 2.0 प्रोजेक्ट के लिए अगले दौर की बोली के लिए शॉर्टलिस्ट नहीं किया गया। इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य PAN डेटाबेस को बनाए रखना और PAN/TAN सेवाओं को एकीकृत करना था। इस खबर के बाद कंपनी के शेयरों में 20% की गिरावट आई, और यह 1,143 रुपये के निचले सर्किट पर पहुंच गया। यह घटना कंपनी के लिए एक अस्थायी झटका हो सकती है, लेकिन इसके विविध पोर्टफोलियो और अन्य क्षेत्रों में मजबूत उपस्थिति इसे दीर्घकालिक स्थिरता प्रदान कर सकती है।
भविष्य की योजनाएं
• प्रोटीन ईगॉव टेक्नोलॉजीज का भविष्य उज्ज्वल दिखता है, क्योंकि यह नए क्षेत्रों में विस्तार कर रही है। कंपनी की कुछ प्रमुख योजनाएं हैं:
• नई वर्टिकल्स में विस्तार: अगले 2-3 वर्षों में, कंपनी ONDC, फाइनेंस और डेटा स्टैक्स, ग्लोबल क्लाउड सेवाएं, और सूचना सुरक्षा जैसे नए क्षेत्रों से 20-25% राजस्व अर्जित करने की योजना बना रही है।
• अंतरराष्ट्रीय विस्तार: प्रोटीन भारत के DPI विशेषज्ञता का लाभ उठाकर अफ्रीका और दक्षिण-पूर्व एशिया में सरकारी निविदाओं में भाग लेने की योजना बना रही है।
• लाभ मार्जिन: कंपनी FY25 की दूसरी छमाही में 14-15% लाभ मार्जिन बनाए रखने के लिए लागत अनुकूलन और स्वचालन पर ध्यान दे रही है।
• नए डिजिटल समाधान: प्रोटीन एग्रीस्टैक और अन्य ओपन डिजिटल इकोसिस्टम्स में सक्रिय रूप से शामिल है, जो भारत के डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर को और मजबूत करेगा।
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निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी
प्रोटीन ईगॉव टेक्नोलॉजीज का IPO नवंबर 2023 में लॉन्च हुआ था, जिसका प्राइस बैंड 752-792 रुपये प्रति शेयर था। यह पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) था, जिसके तहत 490.3 करोड़ रुपये जुटाए गए। IPO को 23.86 गुना सब्सक्रिप्शन मिला, जो निवेशकों के भरोसे को दर्शाता है।
• शेयर मूल्य (मई 2025): वर्तमान में शेयर की कीमत 1,143 रुपये के आसपास है, जो PAN 2.0 प्रोजेक्ट की खबर के बाद गिरावट के बाद स्थिर हो रही है।
• होल्डिंग्स: हाल ही में, NSE इन्वेस्टमेंट्स ने 20.31% हिस्सेदारी बेचने की घोषणा की, जिसका फ्लोर प्राइस 1,550 रुपये प्रति शेयर था।
• जोखिम: कंपनी का बिक्री वृद्धि दर और ROE कम होना निवेशकों के लिए चिंता का विषय हो सकता है। हालांकि, इसकी मजबूत मार्केट स्थिति और डिजिटल पेनेट्रेशन से लाभ इसे आकर्षक बनाते हैं।
निष्कर्ष
प्रोटीन ईगॉव टेक्नोलॉजीज भारत के डिजिटल परिवर्तन की रीढ़ है, जो कर प्रणाली, सामाजिक सुरक्षा, पहचान सेवाओं, और डिजिटल कॉमर्स जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। 28 वर्षों के अनुभव और सरकार के साथ मजबूत साझेदारी के साथ, कंपनी ने नागरिकों और व्यवसायों के लिए जीवन को आसान बनाया है। हाल के PAN 2.0 प्रोजेक्ट में असफलता के बावजूद, प्रोटीन का विविध पोर्टफोलियो, नई वर्टिकल्स में विस्तार, और अंतरराष्ट्रीय योजनाएं इसे दीर्घकालिक निवेश के लिए आकर्षक बनाती हैं। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन और बाजार जोखिमों का गहन विश्लेषण करें।
Disclaimer: यह जानकारी केवल सूचनात्मक है, निवेश सलाह नहीं। सटीकता की गारंटी नहीं; स्वतंत्र सत्यापन करें। निवेश में जोखिम है, वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें।